मैं खेल खेल में हिंदुस्तानी स्याही से अपने पैरों से अलग अलग आकार बनाया करती थी, मगर इस कला के असली फनकार तो हिंदुस्तान में है।
मैं खेल खेल में हिंदुस्तानी स्याही से अपने पैरों से अलग अलग आकार बनाया करती थी, मगर इस कला के असली फनकार तो हिंदुस्तान में है।